महाशिवरात्रि पर गोरखपुर-बस्‍ती मंडल के शिवालयों में भारी भीड़, गूंजे बम-बम भोले के जयकारे

महाशिवरात्रि पर गोरखपुर-बस्‍ती मंडल के शिवालयों में भारी भीड़, गूंजे बम-बम भोले के जयकारे 


महाशिवरात्रि पर गोरखपुर-बस्‍ती मंडल के मंदिरों में भक्‍तों की भारी भीड़ है। मंदिरों में भोर से लम्‍बी कतारें लगी हैं। देखिए मंडल के प्रमुख मंदिरों में कैसे मनाई जा रही है महाशिवरात्रि-


देवरिया: 
महाशिवरात्रि पर्व पर शुक्रवार को भोर होते ही देवरिया के शिवालयों पर श्रद्धालुओं का तांता लग गया। हर-हर महादेव के जयकारों के बीच श्रद्धालुओं ने भगवान का जलाभिषेक कर मंगल कामना की। रुद्रपुर स्थित दुग्धेश्वरनाथ मंदिर में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। भीड़ को देखते हुए शिवालयों पर सुरक्षा का व्यापक बंदोबस्त किया गया था। यहां डीएम अमित किशोर व एसपी डा श्रीपति मिश्र के नेतृत्व में भारी फोर्स मुस्तैद रही। महाशिवरात्रि पर्व पर दूसरी काशी के नाम से विख्यात रुद्रपुर स्थित दुग्धेश्वरनाथ मंदिर पर तड़के ही श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। हर-हर महादेव के जयकारे से शिवालय गूंज उठा। यहां भारी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने देवाधिदेव महादेव को भांग, धतूरा, बिल्वपत्र, भस्म चढ़ाकर सुखमय जीवन की कामना की। मंदिर पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए जगह-जगह भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही। मंदिर परिसर में लगे मेले में बच्चों ने गुब्बारे, खिलौने आदि की खरीदारी की। शहर के देवरिया-कसया बाईपास रोड स्थित सोमनाथ मंदिर पर सुबह से दर्शनार्थियों की लम्बी कतार जुट गयी। मंदिर परिसर में बम-बम भोले के जयकारे में गूंज उठा। हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवान का जलाभिषेक कर आशीर्वाद मांगा। जिले में स्थित प्रमुख शिवालयों दीर्घेश्वर नाथ मंदिर, महेन्द्रनाथ मंदिर व सोहगरा धाम स्थित शिव मंदिरों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया है। वहीं भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सभी मंदिरों पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई थी। मंदिरों पर मेले जैसा माहौल रहा और दुकानों पर बच्चों ने जमकर खरीदारी की। महाशिवरात्रि पर भक्तों ने घरों में भी रुद्राभिषेक कराकर मंगल कामना किया। इसके अलावा जिले में जगह-जगह स्थित शिवालयों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही। भक्तों ने भगवान का जलाभिषेक कर मन्नते पूरी करने का आशीर्वाद मांगा।    



दुग्धेश्वरनाथ में चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद है पुलिस
दुग्धेश्वरनाथ में चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद है। डीएम-एसपी के अलावा एडीएम राकेश पटेल के नेतृत्व में पांच मजिस्ट्रेट व सीओ की ड्यूटी लगाई गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा में यहां आठ प्रभारी निरीक्षक व एक महिला इंसपेक्टर भी तैनात की गई है। तीस पुरूष सब इंसपेक्टर, तीन महिला सब इंसपेक्टर, 100 हेड कांसटेबल और कांसटेबल के साथ ही 50 महिला सिपाही तैनात हैं। इसके अलावा एक प्लाटून पीएसी के जवान, एक यूनिट फायर ब्रिगेड व पांच ट्रैफिक पुलिस के जवान लगाए गए हैं।



सिद्धार्थनगर:
सिद्धार्थनगर के प्रमुख शिवमंदिर कटेश्वरनाथ धाम, डोमेश्वरनाथ मंदिर, पडेश्वरनाथ मंदिर, संकेटश्वरनाथ मंदिर, बऊरहवा बाबा मंदिर पर आधी रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होनी शुरू हो गई थी। भोर में ही पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। हर-हर महादेव के नारे गूंजने लगे। लोगों ने कतारबद्ध होकर शांतिपूर्वक जलाभिषेक किया और सुख-समृद्धि की कामना की। महाशिवरात्रि के मौके पर शुकवार की भोर में ही श्रद्धालुओं ने बम-बम भोले के जयकारों के बीच भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की।



संतकबीरनगर: 
संतकबीरनगर के शिवालयों में महाशिवरात्रि पर्व पर शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने हर हर महादेव के जयकारों के साथ भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया। शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। तामेश्वरनाथ धाम में भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। देर रात से हर-हर महादेव के जयघोष के साथ अभिषेक शुरू हो गया। जिले के प्रमुख महाभारतकालीन शिव मंदिर तामेश्वरनाथ में आधी रात से श्रद्धालु शिवालयों पर पहुंचने लगे। देर रात मंदिर में भोलेनाथ का पूजन करने के बाद श्रद्धालुओं के लिए कपाट खोल दिए गए। हर-हर महादेव के जयकारे के साथ लोगों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। तामेश्वरनाथ धाम में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं की लम्बी कतार लगी रही। घण्टों कतार में लग कर लोगों ने अपने आराध्य की पूजा-अर्चना की। लोगों को दो से तीन घंटे तक लाइन में लगना पड़ा। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए प्रशासन ने पोखरे के चारो तरफ घुमाते हुए लाइन लगाया था, जिससे मंदिर में अचानक अधिक भीड़ न हो जाएगा। इसे अलावा बारी-बारी से श्रद्धालुओ का जत्था छोड़ा जाता रहा। महा शिवरात्रि के अवसर पर द्वाबा क्षेत्र के प्रसिद्ध मंदिर बिड़हरघाट के महाकाल मंदिर, बाबा दानीनाथ, कुबेरनाथ, कंकड़ेश्वरनाथ, बाबा बैजूनाथ धाम, हैहेश्वरनाथ मंदिरों पर भी लोगों ने जलाभिषेक किया। बखिरा के भंगेश्वरनाथ व कोपिया मंदिर, सांड़े खुर्द के रक्षानाथ मंदिर, बेलहर के डिगेश्वरनाथ व सेहुआनाथ मंदिर, मेंहदावल के कुबेरनाथ मंदिर पर लोगों की भारी भीड़ रही। श्रद्धालुओं के उत्साह से समूचा माहौल भक्तिमय दिखा।



बस्‍ती: 
महाशिवरात्रि के मौके पर शुक्रवार को भोर में ही पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं के जत्थे ने बस्‍ती के बाबा भदेश्वरनाथ मंदिर पहुंच कर आस्था के जल से महादेव का अभिषेक किया। रात से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर की ओर आने लगे थे। वाहनों को मंदिर से एक किमी पहले ही रोक दिया गया था। पैदल ही श्रद्धालु मंदिर तक पहुंचे और भगवान भोलेनाथ को दूध, जल, दही, अक्षत, फूल, भांग, धतूरा, गन्ना, वेलपत्र, धूप, दीप अर्पण कर पूजा-अर्चना की। देवरिया शिवमंदिर, तिलकपुर मंदिर, कड़र मंदिर, बेहिलनाथ, भारीनाथ, झारखंडेश्वरनाथ, गिरिनागधाम, झारखंडी मंदिर अमोढ़, थानेश्रनाथ में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने शिव आराधना कर लोक-परलोक के लिए मंगल कामना की। जिले के शिवमंदिरों पर मेले का आयोजन हुआ। सभी शिवमंदिरों पर सुरक्षा के  इंतजाम रहे। भदेश्वरनाथ मंदिर की सुरक्षा को लेकर अधिकारी स्वयं पर्यवेक्षण करते रहे। यहां पर सीसीटीवी के साथ पूरे परिसर पर नजर रखी गई, वहीं श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग के जरिए मंदिर के गर्भगृह तक भेजा गया, जिसके चलते भीड़ कर दबाव नहीं बनने पाया। 



महराजगंज: 
महाशिवरात्रि के पर्व पर महराजगंज के शिवालयों पर शुक्रवार की भोर से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। मिनी बाबा धाम के नाम से प्रसिद्ध इटहिया शिवधाम पर सात बजते-बजते तिल रखने की जगह नहीं बची। लोग महादेव का जलाभिषेक करने के लिए देर तक लाइनों में खड़े रहे। हर-हर महादेव के जयघोष से शिवालय गुंजायमान होते रहे। निचलौल क्षेत्र के इटहिया शिव मंदिर में शुक्रवार की भोर से ही शिवभक्त पहुंचने लगे। महराजगंज, कुशीनगर समेत सीमाई बिहार व नेपाल से भी श्रद्धालु यहां आए थे। सुबह छह बजे के बाद लाइनें लंबी होने लगी और सात बजते-बजते पूरा परिक्षेत्र खचाखच भर गया। प्रशासन व पुलिस की टीमें व्यवस्था संभालने में लगी रहीं। वहीं सदर क्षेत्र के कटहरा के प्रसिद्ध प्राचीन शिव मंदिर में भी लोगों का हुजूम जुटा रहा। रुद्राभिषेक कराने व जलाभिषेक करने वालों का तांता लगा रहा। धानी क्षेत्र के कांक्षेश्वर नाथ शिवालय सहित अन्य सभी शिव मंदिरों पर भी जलाभिषेक करने वालों की लाइन लगी रही।