सड़क व खाली प्लाट में गंदा पानी, पार्क बने कूड़ादान
महादेवपुरम कॉलोनी की सड़कें टूटी हुई हैं। नालियां मानक के विपरीत बनी हैं। कूड़ा निस्तारण बड़ी समस्या है तो वहीं कई गलियों में स्ट्रीट लाइट ही नहीं है। लोग सुविधाओं को लेकर नगर निगम के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन नतीजा सिफर ही नजर आ रहा है।
महादेव झारखंडी टुकड़ा नम्बर एक के महादेव पुरम कॉलोनी में जर्जर सड़क, नाली व जलभराव की समस्या से कॉलोनी के लोग परेशान हैं। कॉलोनी में कई साल पहले बनी नालियों का ढलान विपरीत दिशा में होने के चलते मुख्य नाले का पानी कॉलोनी के अंदर प्रमोद उपाध्याय के मकान से दक्षिण विनोद मिश्र के आवास तक ओवरफ्लो कर रहा है। इसके चलते लोग अपने घरों के सामने नालियों पर मिट्टी डालकर मेड़ बना रहे हैं। मेड़ के सहारे लोग नालियों का ओवरफ्लो रोकने का प्रयास कर रहे हैं।
स्थानीय नागरिक विशाल राय ने बताया कि नगर निगम ने नाली निर्माण पर 20 लाख से अधिक खर्च किया लेकिन ठेकेदार द्वारा नाली का निर्माण मानक के विपरीत करा दिया गया। नाली की ढलान विपरीत दिशा में होने के चलते सारा पानी कॉलोनी में इकट्ठा हो रहा है जबकि खाली प्लॉट में नालियों का रिसाव होकर या ओवरफ्लो होकर पानी इकट्ठा होकर सड़कों पर बह रहा है। जगह-जगह पानी एकत्र होने से मोहल्ले में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। स्थानीय निवासी अरविन्द सिंह का कहना है कि मच्छरों पर अंकुश को लेकर मच्छर अगरबत्ती से लेकर क्रीम तक का कोई असर नहीं है। दिन में भी क्वायल जलाना पड़ता है।
शिकायतों का कोई असर नहीं
स्थानीय नागरिकों द्वारा पार्षद से लेकर नगर आयुक्त, महापौर और मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज की जा चुकी है। बावजूद इसके अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। पानी टंकी के दक्षिण मेन रोड से कॉलोनी को जोड़ने वाली सड़क को खोदकर छोड़ दिया गया है। बिजली विभाग के विवेक सिंह के आवास से वीरेन्द्र पांडेय के मकान तक सड़क टूटी है। इससे लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं। प्रमोद उपाध्याय के मकान के दक्षिण पुलिया भी गलत ढंग से बनी है। इससे गाड़ियां अक्सर फंस जाती हैं।
दो दशक में भी नहीं मिली राहत
कॉलोनी का निर्माण हुए 20 वर्ष से अधिक समय बीत गया लेकिन हालत अब भी जस की तस बनी हुई है। कॉलोनी में अभी तक मूलभूत सुविधाएं नहीं उपलब्ध कराई गई हैं। सार्वजनिक स्थलों पर वाटर सप्लाई नहीं है। मोहल्ले में कई स्थानों पर बिजली के खंभे नहीं होने से लोग बांस के सहारे घरों में तार दौड़ाने को विवश हैं। कॉलोनी के लोगों को मजबूरन 70 से 100 मीटर दूरी तक बांस के सहारे घर तक बिजली का केबल लगाना पड़ रहा है। आंधी चलने से केबल टूटकर गिर जाता है।
बोले जिम्मेदार
मानक के विपरीत नाली के निर्माण को लेकर नगर निगम में शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वार्ड की शायद ही कोई सड़क हो जिसका प्रस्ताव नहीं भेजा गया हो। वार्ड में 32 सफाई कर्मचारी हैं। इन्हें सभी मोहल्लों में भेजा जाता है। महादेवपुरम में नियमित सफाई कराई जाती है। नाली ओवरफ्लो होने से जलभराव की स्थिति रहती है। यह समस्या दोबारा नाली बनने के बाद ही दूर होगी।
लाल बहादुर, पार्षद
महादेवपुरम में समस्या को लेकर कोई शिकायत नहीं मिली है। नाली मानक के विपरीत बनी है तो इसकी जांच कराएंगे। खाली प्लाट में कूड़ा है तो उसे साफ कराया जाएगा। नागरिकों से भी अपील है कि वह खाली प्लॉट में न तो कूड़ा फेंके न ही पानी डालें। पार्कों को पीपीपी मॉडल से विकसित किया जा रहा है। यहां के पार्क का भी जीर्णोद्धार कराया जाएगा।
डीके सिन्हा, अपर नगर आयुक्त